GK IN Hindi General Knowledge Unkown Facts About Ramayana : जानिए रामायण के बारे में यह अनजानी बातें : रामायण के बारे में यह जानकारियों को बेहद कम लोग ही जानते हैं। हिंदू धर्म में रामायण सबसे महान धर्म ग्रंथ माना जाता है। रामायण में मनुष्य के जीवन और उसके कर्मों का विवरण दिया हुआ है। आज हम आपको बताएंगे रामायण से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में। राम से जुड़ी और बातों को आज हम आपको बताएंगे। रामायण (Ramayana) की रचना ऋषि बाल्मीकि के द्वारा की गई थी। रामायण की यह चौथी और पांचवी शताब्दी की है।
Unkown Facts About Ramayana : जानिए रामायण के बारे में यह अनजानी बातें
क्या था शिव धनुष का नाम | GK In Hindi
श्री राम (Shree Ram) और सीता जी का विवाह एक स्वयंवर के जरिए हुआ था। उस स्वयंवर में काफी सारे राज कुमार प्रस्तुत थे। चुनौती यह थी कि जो राजकुमार भी शिव (Lord Shiv) के धनुष को उठाकर उसमें प्रत्यंचा चढ़ा ले वही विवाह के योग्य माना जाएगा। परंतु पूरे सभा में श्रीराम (Shree Ram) के अलावा कोई और योग्य नहीं था जो कि उस धन उसको उठा पाए। जिस धनुष को श्री राम ने उठाया वह एक शिव धनुष था जिसका नाम पिनाक था। बहुत कम लोग ही जानते हैं कि शिव धनुष का नाम पिनाक था।
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राजा दशरथ की एक पुत्री भी थी | General Knowledge
श्री राम (Shree Ram) की माता पिता और उनके पूरे परिवार के बारे में तो लगभग सभी लोग जानते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं कि उनकी एक बहन भी थी। आपको बता दें राजा दशरथ (Dashrath) को एक बेटी भी थी, जिसका नाम शांता था। शांता आयु में चारों भाइयों से काफी ज्यादा बड़ी थी। परंतु ऐसा माना जाता है कि राजा दशरथ (King Dashrath) ने अपनी पुत्री को राजा रोमपद और रानी वर्षिणीनी को सौंप दिया था। इन दोनों की कोई संतान नहीं थी और जब यह बात राजा दशरथ को पता चली तो उन्होंने अपनी पुत्री को इन्हें सौंप दिया।
जानिए इन बातों को भी | GK IN Hindi General Knowledge
1. हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवी देवताओं की मान्यता है परंतु रामायण (Ramayana) में सिर्फ 33 देवता ही बताए गए हैं।
2. महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण (Ramayana) में सीता स्वयंवर का वर्णन नहीं किया गया है।
3. आपको बता दें राजा दशरथ ने पुत्र की प्राप्ति के लिए यज्ञ करवाया था।
4. भगवान श्री राम वनवास गए उस समय उनकी आयु लगभग 27 वर्ष थी। राजा दशरथ (King Dashrath) उन्हें वनवास नहीं भेजना चाहते थे लेकिन वे वचन बंद थे।
5. इतना ही नहीं राजा दशरथ ने श्रीराम (Shree Ram) को रोकने के लिए उनसे यह भी कह दिया था। कि राम तुम मुझे बंदी बनाकर स्वयं राजा बन जाओ।
6. आपको बता दें सीता का हरण होने के बाद देवराज इंद्र ने माता सीता को खीर अर्पित की थी।
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